आधार कार्ड को वोटर कार्ड से लिंक करने का तरीका
भारत में मतदाता पहचान पत्र (वोटर कार्ड) का महत्व सभी जानते हैं। यह न केवल आपके मतदान के अधिकार का प्रमाण है, बल्कि आपकी नागरिकता का भी प्रमाण है। अब सरकार ने वोटर कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की प्रक्रिया शुरू की है, जिससे फर्जी वोटिंग को रोकने और चुनाव प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।
आधार को वोटर कार्ड से लिंक करने के फायदे
- फर्जी वोटिंग की संभावना कम होगी।
- एक ही व्यक्ति के पास एक से अधिक वोटर कार्ड होने की स्थिति में सुधार।
- चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी।
- भविष्य में ऑनलाइन मतदान जैसी सुविधाओं के लिए आधार बनेगा।
आधार को वोटर कार्ड से लिंक करने के तरीके
ऑनलाइन प्रक्रिया:
- राष्ट्रीय वोटर सेवा पोर्टल (NVSP) की वेबसाइट www.nvsp.in पर जाएं।
- ‘मतदाता लॉगिन’ पर क्लिक करें और अपने अकाउंट में लॉगिन करें।
- ‘फीड आधार नंबर’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- अपनी वोटर आईडी, आधार नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी भरें।
- सबमिट बटन पर क्लिक करें।
SMS के माध्यम से:
- अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से एक SMS भेजें:
- फॉर्मेट:
<EPIC नंबर> <आधार नंबर>
- भेजें: 166 या 51969 पर।
- फॉर्मेट:
फोन कॉल के माध्यम से:
- नेशनल वोटर हेल्पलाइन नंबर 1950 पर कॉल करें।
- आवश्यक जानकारी देकर आधार को वोटर कार्ड से लिंक करें।
ऑफलाइन प्रक्रिया:
- नजदीकी चुनाव आयोग कार्यालय या बूथ स्तर के अधिकारी (BLO) से संपर्क करें।
- आवश्यक दस्तावेज जैसे वोटर आईडी, आधार कार्ड और निवास प्रमाण पत्र ले जाएं।
- फॉर्म 6B भरें और जमा करें।
ध्यान देने योग्य बातें:
- आधार और वोटर कार्ड पर नाम और जन्मतिथि एक जैसी होनी चाहिए।
- सही और वैध जानकारी ही प्रदान करें।
निष्कर्ष: आधार को वोटर कार्ड से लिंक करना एक आसान और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो हमारे लोकतंत्र को और सशक्त बनाती है। सभी पात्र नागरिकों को यह कार्य जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए।